CUET UG मार्क्स नॉर्मलाइजेशन का अंत: सीयूईटी यूजी परीक्षा में मार्क्स नॉर्मलाइजेशन को इस वर्ष से समाप्त किया जा सकता है। एग्जाम भी कम समय में करा दिया जाएगा। परीक्षा ओएमआर शीट पर हो सकती है। UGC अध्यक्ष ने यह जानकारी दी है।
CUET UG में बड़ा बदलाव
सीयूईटी यूजी परीक्षा में इस वर्ष बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट अंडरग्रेजुएट (CUET UG) में मार्क्स नॉर्मलाइजेशन को इस वर्ष से समाप्त किया जा सकता है। शीर्ष अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) इस अहम परीक्षा में कई बड़े बदलाव करने की योजना बना रही है। DU, BHU, जामिया समेत देश के 250 से अधिक विश्वविद्यालयों के यूजी कोर्सेज में एडमिशन इसी प्रवेश परीक्षा के जरिए होते हैं।
दरअसल प्रत्येक सत्र में उम्मीदवारों को प्रश्न पत्र के अलग-अलग सेट दिए जाते हैं। हालांकि एनटीए प्रश्न पत्रों को समान स्तर का बनाने का पूरा प्रयास करता है, लेकिन यह संभव है कि किसी पाली में उम्मीदवारों को परीक्षापत्र में कुछ कम कठिन प्रश्न मिलें, वहीं किसी पाली में उम्मीदवारों को कुछ कठिन प्रश्नों का सामना करना पड़े। इसके कारण यह भी संभव है कि ऐसे उम्मीदवार अन्य उम्मीदवारों की तुलना में अपेक्षाकृत कम अंक प्राप्त करें। इस समस्या को दूर करने और परीक्षा में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए, एनटीए प्रतिशत स्कोर के आधार पर अंकों के ‘यूजीसी नेट सामान्यीकरण’ को अपनाता है।
नए प्रारूप में होगी परीक्षा
अब यह परीक्षा कम से कम एक माह तक जारी रहती थी। अब इसके कम अवधि में संपन्न कराए जाने की भी संभावना है। एजेंसी ओएमआर शीट और कंप्यूटर आधारित परीक्षा कराने की योजना तैयार कर रही है।
OMR Sheet में होगी परीक्षा
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, “बड़ी संख्या में पंजीकरण कराए जाने पर NTA ओएमआर मोड में परीक्षाएं आयोजित करने की संभावना पर विचार कर रहा है।
इससे हमें परीक्षा केन्द्र बनाने के लिए बड़ी संख्या में स्कूलों का चुनाव करने में मदद मिलेगी। इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि छात्रों को अपने शहरों अथवा कस्बों में ही परीक्षा केन्द्र मिल जाएं और उन्हें दूर नहीं जाना पड़े।”
इस बदलाव के द्वारा CUET UG परीक्षा का प्रकार और प्रवेश प्रक्रिया में सुधार होने की संभावना है। यह उम्मीदवारों के लिए एक बड़ी सुविधा हो सकती है और परीक्षा प्रक्रिया में न्यूनतम समय में पूरा किया जा सकेगा।