राज्य में तीसरी बार बदल रहा ड्रेस का रंग
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने सरकारी स्कूल के बच्चों के ड्रेस का रंग बदलने का निर्णय लिया है। झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा ड्रेस बदलाव के संबंध में प्रस्ताव तैयार कर शिक्षा मंत्री को भेजा गया था। शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने सहमति दे दी है। साथ ही ड्रेस का रंग भी तय कर दिया गया है। अब कक्षा 1 से 5 और 6 से 12वीं तक के विद्यार्थियों के ड्रेस का रंग व डिजाइन अलग-अलग होगा। अब तक सभी कक्षाओं के बच्चों का ड्रेस का रंग एक ही होता था, लेकिन नए शैक्षणिक सत्र से बच्चों को पहने के लिए अलग-अलग रंग की ड्रेस दी जाएगी।
राज्य के स्कूलों मैं कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों को नेवी ब्लू रंग का पेंट हुआ गुलाबी रंग का शर्ट दिया जाएगा। बच्चों के टॉय का रंग भी नेवी ब्लू होगा। वहीं छात्राओं को नेवी ब्लू रंग का स्कर्ट एवं गुलाबी रंग का शर्ट दिया जाएगा। वहीं कक्षा 6 से बारहवीं तक के छात्रों का पेंट हरा और शर्ट सफेद व हरा रंग का होगा। वहीं छात्राओं का सलवार हरा और शूट सफेद व हरा एवं दुपट्टा हरे रंग का होगा।
तीसरी बार बदला गया बच्चों के ड्रेस का रंग
राज्य के सभी सरकारी स्कूलों के बच्चों की ड्रेस का रंग में तीसरी बार बदलाव किया जा रहा है। सबसे पहले बच्चों की ड्रेस का रंग ब्लू व नीला था, फिर वर्ष 2015-16 में इसमें बदलाव किया गया। वर्ष 15 16 में पेंट का रंग मैरून व शर्ट का रंग क्रीम कलर का था। बच्चों को सर्व शिक्षा अभियान के तहत ड्रेस देने की योजना शुरू की गई थी। राज्य में अब तक कक्षा 1 से 8 तक के ही सभी विद्यार्थियों को ड्रेस दी जाती थी और नौवीं से बारहवीं तक की विद्यार्थियों को ड्रेस नहीं दी जाती थी। इस वर्ष से 9वीं से 12वीं के छात्रों को भी ड्रेस दी जाएगी।
स्कूलों के रंग में भी किया गया बदलाव
सरकारी स्कूलों के रंग में भी बदलाव किया गया है। झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा इस संबंध में दिशा निर्देश पूर्व में ही जारी कर दिया गया था। स्कूलों को हरे रंग से पेंट किया जाएगा। राज्य के सरकारी स्कूल के बच्चों की ड्रेस के रंग में बदलाव किया गया है। अब तक सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों की ड्रेस का रंग एक समान था। अब कक्षा 1 से 5 और 6 से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग रंग की ड्रेसें होंगी।