मैट्रिक और इंटर की परीक्षा: पढ़ाई में उत्कृष्टता की दिशा में कदम बढ़ाने का समय आ गया है, और झारखंड के छात्रों के लिए यह और भी महत्वपूर्ण हो गया है। मैट्रिक और इंटर की परीक्षा, जो छह फरवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलेगी, उन्हें लेकर तैयारियां तेज़ी से बढ़ रही हैं।
इस बार, एक नई पहल के तौर पर परीक्षा केंद्रों में लाइव स्ट्रीमिंग कैमरे भी लगाए जाएंगे, जिससे परीक्षा की मॉनिटरिंग को मुख्यालय से हो सकेगा। जिले में रजिस्टर्ड छात्रों के मुकाबले दस गुना अधिक छात्रों के बैठने के हिसाब से परीक्षा केंद्र तैयार किए जा रहे हैं। इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला कुमारी बरेलिया ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं।
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परीक्षा लाइव स्ट्रीमिंग कैमरे की निगरानी में होगी
इस साल, परीक्षा केंद्र बनाने का निर्णय केवल स्कूलों के लिए है, जिससे डिग्री कॉलेजों, विमेंस यूनिवर्सिटी, को-ऑपरेटिव कॉलेजों में सेंटर नहीं बनेगा। झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने पूर्वी सिंहभूम जिला शिक्षा पदाधिकारी को इस मामले में निर्देश जारी किए हैं।
जिले में रजिस्टर्ड छात्रों के मुकाबले दस गुना अधिक छात्रों के लिए बनेंगे केंद्र, और ये सेंटर मिडिल स्कूल, हाईस्कूल और प्लस टू स्कूलों में होंगे। बोर्ड की परीक्षा में जिले से लगभग 45 हजार छात्रों की भागीदारी होने वाली है, और इसके लिए सभी स्कूलों को आवश्यक तैयारी कर रखी गई है।
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छात्रों को 80 घंटे की इंटर्नशिप करना अनिवार्य होगा
इस अद्भूत पहल के साथ-साथ, सरकारी स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों को भी एक नई अवसर मिल रहा है। उन्हें 80 घंटे की इंटर्नशिप करना अनिवार्य होगा, जिसके दौरान उन्हें 1200 रुपये का स्टाइपेंड मिलेगा। यह इंटर्नशिप उन्हें व्यावसायिक जगहों में अच्छी तैयारी देगी और उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा अनुभव प्रदान करेगी।
झारखंड शिक्षा परियोजना कार्यालय ने इस नई पहल के लिए गाइडलाइन जारी की है, और स्थानीय शिक्षा पदाधिकारियों को सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए गए हैं कि सभी छात्रों को बैंक खाता खोलना अनिवार्य है, ताकि स्टाइपेंड की राशि उनके बैंक खाते में सीधे डीबीट हो सके। इस साथ, वोकेशनल ट्रेनरों को भी प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, जिससे उनकी मेहनत को सम्मानित किया जा सकेगा।
सम्पूर्ण झारखंड को इस उत्कृष्टता की ओर बढ़ने के लिए यह स्वाभाविक कदम है, जिससे छात्रों को बेहतर शिक्षा और सीखने का मौका मिलेगा। इस प्रयास के माध्यम से, हम निश्चित हैं कि आने वाले पीढ़ियों को बेहतर और स्थायी शिक्षा प्रदान की जा सकेगी, जो न केवल उनके व्यक्तिगत विकास में मदद करेगी, बल्कि समाज को भी एक नया दिशा देगी।