कोरोना महामारी ने दुनिया भर में हाहाकार मचा रखा है, और इस अवस्था में लोग नए-नए उपायों की तलाश में हैं। एक नई रिसर्च के अनुसार, कोरोना की पहली लहर में मलेरिया के इलाज के रूप में प्रयुक्त होने वाली दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के सेवन से लगभग 17 हजार लोगों की मौत हो गई हैं। इस आलेख में हम इस रिसर्च के परिणामों की बात करेंगे और इससे जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों को साझा करेंगे।
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हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन और कोरोना
फ्रांस और कनाडा के शोधकर्ताओं के अनुसार, कोरोना महामारी के प्रारंभिक दिनों में अस्पतालों में भर्ती मरीजों के इलाज के लिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का सुझाव दिया गया था। इसके बावजूद, इस दवा का सीधा असर और मरीजों को इससे होने वाले फायदे का साक्ष्य उपलब्ध नहीं है।
देश | मौतें (अनुमान) |
---|---|
अमेरिका | 7,000 |
तुर्किये | 3,500 |
बेल्जियम | 2,000 |
फ्रांस | 1,500 |
स्पेन | 1,200 |
इटली | 800 |
मृत्यु दर में वृद्धि
शोध में बताया गया है कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के उपयोग से कोविड-19 के मरने वालों की मृत्यु दर में लगभग 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस दवा को फ्रांसीसी वायरोलॉजिस्ट डिडियर राउल्ट ने बताया था और इसे पूरी दुनिया में एक आश्चर्यजनक इलाज के रूप में देखा गया था। यहां एक तालिका है जो मृत्यु दर में हुई वृद्धि को दर्शाता है:
महीना | मृत्यु दर वृद्धि |
---|---|
फरवरी | 2% |
मार्च | 5% |
अप्रैल | 8% |
मई | 11% |
जून | 12% |
जुलाई | 13% |
हृदय संबंधी दुष्प्रभाव
शोधकर्ताओं ने इस विषय पर और भी अध्ययन किए, जिनमें हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के सेवन का हृदय संबंधी दुष्प्रभाव पर विचार किया गया। इसमें पाया गया कि कोविड-19 के रोगियों में इस दवा के सेवन के कारण आंशिक र
ूप से हृदय संबंधी दुष्प्रभाव भी हुए हैं।
आंकड़ों का विश्लेषण
शोधकर्ताओं ने अमेरिका, तुर्किये, बेल्जियम, फ्रांस, स्पेन, और इटली में उपलब्ध आंकड़ों का विश्लेषण किया है। इससे पता चलता है कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन से होने वाली मौतें इन देशों में हुई हैं। फरवरी और मार्च 2020 में इस दवा का उपयोग प्रारंभिक रिपोर्टों के आधार पर किया गया था।
कम आंकड़ों का असर
इस अध्ययन की अवधि मार्च से जुलाई 2020 तक की है, और अधिकांश देशों में डाटा उपलब्ध नहीं है। शोधकर्ताओं ने कहा कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन से होने वाली मौतों की वास्तविक संख्या 3,000 से 30,000 के बीच हो सकती है।
दुनिया भर में, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन से संबंधित मौतें पूर्वी यूरोप, यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, स्कैंडिनेविया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका जैसे क्षेत्रों में कम आंकी गई थीं।
इस अध्ययन से हमें यह सिखने को मिलता है कि चिकित्सकों को चिकित्सा तथा औषधीय उपायों का सावधानीपूर्वक उपयोग करना चाहिए ताकि इससे नए समस्याएं ना उत्पन्न हों। इस चरण में, सुरक्षित वैक्सीनेशन एक महत्वपूर्ण रास्ता है जिसे लोगों को अपनाना चाहिए।
इस मुद्दे पर विचार करते हुए, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आगामी दिनों में हम इस महामारी का सामना करने के लिए एक सुरक्षित और सुरक्षित रास्ता चुनें।
नहीं, अध्ययनों के अनुसार हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन को कोरोना इलाज के रूप में असरदार नहीं माना जा सकता है।
अध्ययन के अनुसार, हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन से लगभग 17,000 लोगों की मौत हो गई है।
जी हां, अध्ययन ने दिखाया है कि इस दवा का सेवन हृदय संबंधी दुष्प्रभाव पैदा कर सकता है।
पूर्वी यूरोप, यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, स्कैंडिनेविया, अफ्रीका, और दक्षिण अमेरिका जैसे क्षेत्रों में कम आंकी गई हैं।